A collection of poems written by Anand Jain. Diverse thoughts and musings scribbled over last 10 years of my life.
बहुत खूब!
its too gd yaar
सही है ! कर हौसलों को बुलंद इतना किन भी ज़मीं पर उतर आए...
Right
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4 टिप्पणियां:
बहुत खूब!
its too gd yaar
सही है !
कर हौसलों को बुलंद इतना कि
न भी ज़मीं पर उतर आए...
Right
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