हम स्वतंत्र, हम गणतंत्र,
शांति है हमारा मंत्र,
उद्यम के गीत हैं,
आतंक का शोर नहीं,
हो दुश्मन सावधान,
शांत हैं हम,
कमज़ोर नहीं.
शांति है हमारा मंत्र,
उद्यम के गीत हैं,
आतंक का शोर नहीं,
हो दुश्मन सावधान,
शांत हैं हम,
कमज़ोर नहीं.
A collection of poems written by Anand Jain. Diverse thoughts and musings scribbled over last 10 years of my life.